प्रणाम
प्रणाम
मेरे देश की धरती है ऐसी सुंदर,
जहां लहराता खुशियों की चमन,
मेरे देश के यारों क्या कहना,
मेरे देश के वीरों क्या कहना,
मेरा भारत देश का क्या है कहेना,
जहां के कण कण में है ईश्वर,
जहां दिखे खेतों की रौनक,
जहां है दुनिया का सच्चा प्यार,
जहां है दुनिया का सच्चा अमन,
जहां है वीरों की संघर्ष गाथाएं,
जहां मिलें गांधी, सरदार सपूत,
जहां समाती है आज पूरी दुनिया,
जहां है भारत मां का अनोखा प्यार,
वो भारत देश को मेरा सत सत प्रणाम,
वो भारत के वीर पुरुषों को सत सत प्रणाम,
वों भारत मां को है आज सत सत प्रणाम,
