सफलता
सफलता
नहीं घबरा के तुम हटना ये मंज़िल मिल ही जाएगी।
डटे रहना निरंतर तुम सफलता हाथ आएगी।
परीक्षाएं बहुत होती हैं दृढ़ निश्चय परखने को,
लगन सच्ची लगी तुमको तो मेहनत रंग लाएगी।
बड़ी बाधा मिले पथ पर तू हटना मत तू डिगना मत,
तू चलता चल सफलता भी कदम अपने बढ़ाएगी।
मिले जो हार तो अपना इरादा कम नहीं करना,
भरोसा रख विफलता आज तुमसे मात खायेगी।
कभी ठोकर भी लगती है कभी काँटा भी चुभता है,
वही क़िस्मत कभी फूलों की चादर भी बिछाएगी।
कभी ऐसा भी होता है समझ कुछ भी नहीं आता,
टटोलो मन के कोनों को वही मंज़िल दिखाएगी।
निराशा के अँधेरे में जला दीपक तू आशा का,
उसी उम्मीद की ताकत तमस सारी मिटाएगी।
नहा कर आग की लपटों में सोना भी बने कुंदन,
तराशोगे तभी हीरे की माला जगमगाएगी।
अगर हँसता ज़माना है तो चिंता तुम नहीं करना,
अभी हँसती है जो दुनिया वही सर पर बिठाएगी।