सफलता
सफलता
हमें सदा सफल साधना सुखकारी हो ।
हर संकट पे करें सामना सुखकारी हो।
नियमित चलते रहना पथ पे सीखा है,
नजर सुरक्षा कवच हमेशा ये तीखा है,
मन से करें तो आराधना सुखकारी हो।
हर संकट पे करें.............!
अभी हार मत जाना लक्ष्य अभी बाकी,
डर के आगे जीत सदा बनती है झांकी,
उम्मीदों को जरा थामना सुखकारी हो।
हर संकट पे करें.............!
हार मिलेगी जीत मिलेगी जब है जानते,
अपने उस लक्ष्य को क्यों नहीं पहचानते,
मिले सफलता ये कामना सुखकारी हो।
हर संकट पे करें.............!
मंगल हो सुखदायक ऐसे मन प्रीत जगे,
विश्वास को मत खोना,मैदानी जीत लगे,
मन में जगे सफल भावना सुखकारी हो।
हर संकट पे करें.............!
रोज सबेरे चलने की आदत अब डालो,
अपने अंदर डर अब तनिक अब पालो,
लाख गुना बेहतर जागना सुखकारी हो।
हर संकट पे करें.............!
