प्रेरणा...
प्रेरणा...
बहुत 'शिद्दत' से आप
रेडियो सेंटर की
अपनी अस्थायी सेवा के साथ-साथ
अपने पिताजी के 'सैलून' में
अपनी सेवा प्रदान कर
संतोष कुमार ठाकुर जी, आप आज की
'आधुनिकता' भरी अति व्यस्त
जीवनशैली में भी
स्वयं को 'संकीर्ण' मानसिकता से
परे हटकर
निरलस 'कर्मयोग' में लीन होकर
आज की युवा पीढ़ी के लिए
प्रेरणा का स्रोत बनकर
कल के सुनहरे भारत की
एक सशक्त नींव बनकर
राष्ट्र पुनरुत्थान के पथ पर
अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं...।
संतोष क
ुमार ठाकुर जी, आप अपने परिवार
व इस समाज की उन्नति में
स्वयं को संपूर्ण रूप से जोड़कर
हम सबको आशा की उज्ज्वल किरण देकर
अपनी कर्मसंस्कृति व पारिवारिक उत्तरदायित्व का
सही निर्वहण करते हुए
अपने जीवन को
एक सही दिशा देने में
निश्चित तौर पर सक्षम हुए हैं...!
आज आप स्वाभिमान से
अपना हरेक काम पूरा करते हैं...!
संतोष कुमार ठाकुर जी, आप अपनी
सहज-सरल स्वभाव की वजह से
सबके दिल में बसते हैं...!!
आपका भविष्य उज्ज्वल हो,
यही कामना करता हूँ।