प्रेम पर बलिहारी
प्रेम पर बलिहारी
जिंदगी बहुत खूबसूरत
यह समझे ना हर कोय
प्रभु जिस पर कृपा करें
उसको यह अनुभव होय
पग पग पर बदलें मंजर
अहसासों में भी बदलाव
जीवन सफर में दो चार
हों अनगिनत महानुभाव
बस वो ही दिल पर छपें
जिनमें सहजता भरपूर
उनकी आत्मीयता से ही
मुग्ध मन हो जाए मयूर
प्रेम भरा व्यवहार ही सब
गुणों पर पड़ता है भारी
पूरी दुनिया के जीव रहे
सदा प्रेम पर बलिहारी
पशु, पक्षी भी समझते
प्रेम से सराबोर बर्ताव
भावों के लिहाज से वो
प्रतिक्रिया में लाते बदलाव
हे ईश्वर जगत की खूबियों
को वक्त पर सकूं पहचान
सही प्रतिक्रिया से ही औरों
को दूं मानवता का पैगाम