STORYMIRROR

पिता का वादा

पिता का वादा

2 mins
363


मेरी आंखों का तू तारा

मेरी बिटिया मैं तेरा बाबा "अभागा"

कल तक थी तू एक नन्हीं परी

आता था जब मैं दूर कहीं से

दौड़ तू आती मेरे गले लग जाती थी

कह देती थी एक सांस में सारा फ़साना।


सोचा अब तू बड़ी हो गई

पैरों पे अपने खड़े हो गई

खोजू एक लड़का सयाना

हाथ तेरे पीले कर

तुझको डोली में था बैठाना।


क्या सोचा था क्या हो गया

डोली नहीं तेरी अर्थी सजी हैं

मेरी आंखें आसुओं से भरी है

कैसे मै तुझे मुखाग्नि दूं

बेटी तू तो पहले से झुलझी पड़ी है


मेरा कलेजा फटा जा रहा है

मेरे हाथ क़ाप रहे है

जिन हाथों ने तुझे पाला पोसा

तुझे हर कष्टों से बचाया

आज तुझे इस तरह बेजान पड़ा देख कर

मेरा अंतर्मन चोटिल हो रहा है


तेरी मां संभाले नहीं संभल रही है

पल-पल तेरी तस्वीर को गले लगा

रो रही है

भाई-बहन भी गुमसुम से पड़े हैं

तुझको याद कर बिलख - बिलख रो रहे हैं।

इन सबको देख मै अपने आंसू भीतर ही छुपा लेता हूं

तुझको याद कर मेरी लाडली

कहीं किसी कोने छुप कर मैं भी रो लेता हूं।


जब - जब तेरे कातिलों को देखता हूं

बेबस खड़ा कुछ कर नहीं पाता हूं

तन बदन में मेरे एक आग सी जलती है

दिल कहता है

एक माचिस जला पेट्रोल छिड़क उनको भी जला दूं

देख वहीं खड़ा उनको भी सज़ा दूं


मजबूर है ये तेरा बाबा कमज़ोर नहीं है

कानून के आगे मेरा ज़ोर नहीं है

इंसाफ तुझे दिला के रहूंगा

मत उदास होना मेरी लाडली

तेरी खातिर तेरा ये बाबा

तुझे इंसाफ दिला कर ही दम लेगा।


कानून व्यवस्था देश की

जानें लेगी कितना समय

हारूंगा नहीं मेरी बच्ची

तुझे इंसाफ दिला कर रहुंगा

तुझे इंसाफ दिला के रहूंगा।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy