फ़ुरसत
फ़ुरसत
फुरसत नही है तुमको
कुछ भी सूनने को
कहे हम वही जो
अच्छा लगे मन को
समय तो निकालो जरा
हम भी लगते है कुछ तुम्हारे
जमाने को छोड़ो,
जमाना बोले दोनो बाजू
तुम ने ऐसा नही किया
कहा जो हमारा सुन लेते
तुम ऐसे दूर दूर
कभी भी ना जाते
एहसास हो जाता तो
फिर वापस आजाते तो।