कविता- पूर्ण----------
कविता- पूर्ण----------
आधे- अधूरे ,
रह जाते है कई बार
हमारे विचार, हमारे सपने ।
यह अपूर्ण -चक्र ",
तब ही पूर्ण हो सकता है,
जब हम करे प्रयास, हो सक्रिय,
तब ही, "अपूर्ण का पूर्ण ' होना
संभव होता है ।
आधे- अधूरे ,
रह जाते है कई बार
हमारे विचार, हमारे सपने ।
यह अपूर्ण -चक्र ",
तब ही पूर्ण हो सकता है,
जब हम करे प्रयास, हो सक्रिय,
तब ही, "अपूर्ण का पूर्ण ' होना
संभव होता है ।