पौधे से पेड़ तक का सफर।
पौधे से पेड़ तक का सफर।
सुनो सज्जनों,
एक पौधा लगाओ,
उसमें खाद डालो,
बूंद बूंद कर के,
पानी डालो,
हर हफ्ते उसकी सफाई करो,
हल्की हल्की उसकी,
गुड़ाई करो,
फिर उसकी सुरक्षा करो,
उसे फलने फूलने दो।
एक दिन वो,
फलता फूलता,
एक विराट वृक्ष बन जाएगा
वो आपको साफ सुथरी,
हवा देगा,
बैठने के लिए,
छाया देगा,
फल और फूल देगा,
हरे पत्ते देगा,
पानी का भंडारन करेगा,
मिट्टी को जकड़ेगा,
प्रकृति को खूबसूरत बनाकर रखेगा,
एक सच्चे दोस्त का,
फ़र्ज़ निभाएगा।
