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Annu Agrahari

Inspirational

4.5  

Annu Agrahari

Inspirational

तनाव

तनाव

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300


कैसे बताऊँ सबको 

 कि किस तनाव से गुजर रही हूँ मैं 

जिस देश में लगते हैं बेटी बचाओ के नारे

आज उसी देश में 

बेटियों का भक्षण होते देख रही हूँ मैं 


कहने को तो मैं इस देश की बेटी हूँ 

पर आज घर जैसे इस देश में ही

 सहमी सहमी फिर रही हूँ मैं,

हर गली, चौराहे, शहरों में 


अपने को नंगा होते देख रही हूँ मैं 

कभी दादी, कभी माँ 

कभी बहन तो कभी बेटी 

सबको इस दर्द में छटपटाता देख रही हूँ मैं

औरत घर की इज्जत होती है

कभी ऐसा सुना था मैंने 


आज उसी इज्जत को 

सरेआम तारतार होता देख रही हूँ मैं

क्यों मौन बैठे हैं इस देश के पिता, भाई,और बेटे?

सवाल उन्ही से तो पूछ रही हूँ मैं ?


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