महिला दिवस
महिला दिवस
क्या जरूरी है महिला दिवस मनाना?
एक दिन सम्मान देकर फिर वादा तोड़ जाना।
इज्जत ही करना है तो हर रोज करो-
जरूरी नहीं है एक दिन का सम्मान दिलाना।
एक दिन के सम्मान से टूट जाती हैं,
अकेले में छुप छुप कर आंसू बहाती हैं।
क्या जरूरी है एक दिन सम्मान देना-
एक दिन के सम्मान में अनेकों आस लगा जाती हैं।
झूठी आस देकर जलील मत करो,
इन्हें गलत साबित करने को वकील मत बनो।
लाख सही करने पर भी गलत कहते हो-
कुछ कर न सको तो इनके सपनो को खाई में तब्दील मत करो।
