पायलों की छनकार
पायलों की छनकार
वह छनकाती रहे अपने कदमों को
जब भी मेरे पास वो आना चाहे
बिना ढूंढे ही पा जाऊँ तुझे मैं
जब भी मेरा दिल तुझे बुलाना चाहे
याद है मुझे कैसे पायलों की छनकार
सुनकर उसकी तलाश करता था
उसे देख लूँ तो धड़कन बेकाबू और
दिल जोर-जोर आवाज करता था
वह पटियाला सूट पहनकर
दुपट्टे को अपने सर पर रखना
वह हर कदम पर चलते चलते
पायलों का छनकते रहना
पहले घायल हुआ था पायलों से
फिर नैनों ने झुक कर वार किया
लाखों की भीड़ थी आसपास पर
मैंने उस अजनबी से प्यार किया था
इसलिए मैं मरते दम तक तेरे
पायलों की छनकार सुनना चाहता हूं
जब तक जिंदा रहूं तब तक
सिर्फ तेरे ही सपने बुनना चाहता हूँ
उसे तोहफे में एक पायल दिया है
क्योंकि उसने पायलों से घायल किया हैं
आज तू मेरी हो चुकी है कैसे भूल जाऊं
ये इन पायलों ने ही किया हैं