पार लगा दे मेरी नैया
पार लगा दे मेरी नैया
पार लगा दे मेरी नैया, ओ मेरे कृष्ण कन्हैया।
तू ही मेरा खेवैया, ओ मेरे कृष्ण कन्हैया।....
तड़प रहा हूँ तुझ को मिलने, तेरे दर्शन पाने को।
मुझ को दर्शन दे देना, ओ मेरे कृष्ण कन्हैया।...
नयनों से मेरे अश्रु बरसे, जियरा मिलने को तरसे।
माधुरी सुरत दिखा देना, ओ मेरे कृष्ण कन्हैया।...
मैं हूँ तेरे दासों की दासी, तू गगनगोख का वासी।
"मुरली" को अपना बना देना, ओ मेरे कृष्ण कन्हैया ...
