होली का गया कोई छूटा मायके में, तो कोई न जा पाया ससुराल। होली का गया कोई छूटा मायके में, तो कोई न जा पाया ससुराल।
तेरे प्रेम से सराबोर, रोम रोम रंग जाए। तेरे प्रेम से सराबोर, रोम रोम रंग जाए।
तरस गए हैं मिलने को राह तक रहे दिन-रात। तरस गए हैं मिलने को राह तक रहे दिन-रात।
मंग होळी पेटवु कशी ? बोंब मारु कशी ? मंग होळी पेटवु कशी ? बोंब मारु कशी ?
मैं हूँ राधीका तेरी, बरसाना गाँव की। मैं हूँ राधीका तेरी, बरसाना गाँव की।
काश तुझे भी, एहसास होता, कोई तुझ पे, दिन रात मरता, काश तुझे भी, एहसास होता, कोई तुझ पे, दिन रात मरता,