ख़ुशी में तो कायनात साथ रहती है सवाल है, ग़म साथ सहता कौन है ख़ुशी में तो कायनात साथ रहती है सवाल है, ग़म साथ सहता कौन है
एक मैं हूँ जो सिर्फ उसको जानता हूँ एक वो है जो सबको प्यार करती हैं एक मैं हूँ जो सिर्फ उसको जानता हूँ एक वो है जो सबको प्यार करती हैं
टूटते हैं दुर्योधन और शकुनि के छल बल के चक्रव्यूह। टूटते हैं दुर्योधन और शकुनि के छल बल के चक्रव्यूह।
काश तुझे भी, एहसास होता, कोई तुझ पे, दिन रात मरता, काश तुझे भी, एहसास होता, कोई तुझ पे, दिन रात मरता,
क्या चुनावी रैली से डरता है। क्या नेताओं पर मरता है। क्या चुनावी रैली से डरता है। क्या नेताओं पर मरता है।
पूरी उम्र धन इकट्ठा करने में रहता है अंत मे हाय धन करते हुए मरता है पूरी उम्र धन इकट्ठा करने में रहता है अंत मे हाय धन करते हुए मरता है