होली का गया कोई छूटा मायके में, तो कोई न जा पाया ससुराल। होली का गया कोई छूटा मायके में, तो कोई न जा पाया ससुराल।
कितनों ने राह में तोड़ दिया दम टूटी आस राह तकने वालों की, कितनों ने राह में तोड़ दिया दम टूटी आस राह तकने वालों की,
प्यासी धरती की चाहत हूं, मैं जनजीवन की राहत हूं प्यासी धरती की चाहत हूं, मैं जनजीवन की राहत हूं