पालतू...
पालतू...
'कुतु' या 'डॉगी'
हम सब तुम्हें
प्यार से पुकारते हैं...।
भकुवामारी गाँव, आलिसिंगा,
शोनितपुर (असम) के
हमारे घर में
तुम्हारा आना-जाना रहता है...।
विशेष तौर पर जब
'नानवेज' (आमिष) खाद्य पकता है,
तब तुम न जाने
कैसे (बिन बुलाए ही)
आ जाते हो...!!
मगर तुमसे
हम सबका
बहुत लगाव है...
'कुतु'/'डॉगी', तुम निस्संदेह
'तपादार' परिवार का
अभिन्न अंग हो...
तुम बेशक़
हमारे घर की
सुरक्षा-कवच हो...
तुम सदैव सचेत हो...
चौकन्ने हो...
सजग हो...
'कुतु'/'डॉगी', तुम सलामत रहो...!
