वीरों के वीर हैं
वीरों के वीर हैं
वीरों के वीर हैं
भारत के वीर
जज्बात फौलादों से
थामकर चलते हैं
निड़रता मन जगाए
आगे ही आगे बढ़ते हैं
अथक से लड़ते हैं।
दहाड़ शेरों की
शत्रु सुनकर काँपते,
तिरंगा हाथ में
गीत विजय के गाते हैं।
भारत के सपूत
लाड़ले देश के
हे ! वीर
झुक झुक नमन
क्योंकि तुम्हीं देश की
आन बान शान हो ?
मान, गुमान और जान हो।
