ओ मेरे प्यारे दोस्तों !
ओ मेरे प्यारे दोस्तों !
तुम सब हर हाल में
खुश रहो, ओ मेरे प्यारे दोस्तों ...!!!
तुम बेफिक्र जीने की
तमन्ना रखो ...
और बेइंतहा मोहब्बत करो
ज़िंदगी से !
इन बेशक़ीमती पलों की
हर आहट पर अपनी
बेपनाह ख्वाहिशों की
अदायगी हो,
तो तुम समझ लेना
कि तुम ज़िंदा हो, ओ मेरे प्यारे दोस्तों ...!!!
ओ मेरे प्यारे दोस्तों ....!!!
तुम अपनी आस
कायम रखना ...!
कभी हिम्मत न हारना
मुश्किलों से,
क्योंकि ये ज़िंदगी
एक जंग है वक्त के साथ ...
कौन हारा : कौन जीता --
इसका फैसला तो
वक्त ही करेगा ...
हम सब अपने कश़मक़श में
बहुत कुछ खो देते हैं आदतन ...
अपना-पराया, रईसी-मुफलिसी का
ये भेदभाव क्यों ???
चलो, आज से ये वादा करो,
ओ मेरे प्यारे दोस्तों ...!!!
सारे गिले-शिकवे दूर करो
और ये दिल-से-दिल का रिश्ता जोड़कर देखो ।
तुम अपनी धड़कनों को
हरेक प्यार-भरे-दिल में
बसाकर तो देखो, ओ मेरे प्यारे दोस्तों ...!!!
ये स्वामी विवेकानंद जी के
सुनहरे सपनों का भारत
देश है हमारा !
विश्वगुरु : श्रेष्ठ : विजयी : आत्मनिर्भर
भारत देश है हमारा ...!
चहुंमुखी विकास का
परचम लहराता :
मानव-मूल्यों पर
खड़ा उतरता ...
गुरु-शिष्य परंपरा को
कायम रखता ...
पितृ-मातृ को
देव-देवी सरीखा मानकर,
'अतिथि देवो भव' -- भावना का
पूरा सम्मान करता ---
विदेशी पर्यटकों की
सुरक्षा का
पूरा ख्याल रखता ...
कमज़ोर राष्ट्रों की तरफ
सहायता का हाथ बढ़ाता --
गांधीजी के 'अहिंसा परमो धर्म:' नीति का
सम्यक दर्शन कराता ...
गौतम बुद्ध-गुरु नानक-महावीर-
पैगंबर मुहम्मद-यसु मसीह-श्री रामचंद्र जी की
अमृत-वाणी से साराबोर है
ये भारत देश हमारा ।
तुम सब संगठित होकर
इस राष्ट्र की उन्नति हेतु
अपना निस्वार्थ योगदान
देने का दृढ़संकल्प लो
और अपने भारत देश का
नाम रोशन करो, ओ मेरे प्यारे दोस्तों ...!!!
ये देश है हमारा, ओ मेरे प्यारे दोस्तों ...!
जम्मू-और-काश्मीर से
कन्याकुमारी तक...
पूर्वोत्तर से कच्छ तक --
हमारा भारत देश है
सुसंगठित और सबल-समर्थ ।
'पुण्यभूमि' भारत की
हर एक बात ही निराली है !
हाँ, मुझे भारत माता पर
गर्व है, ओ मेरे प्यारे दोस्तों ...!!!
तुम सब इस देश को
असामाजिक तत्वों की
नकारात्मक ऊर्जा के
दुष्प्रभावों से
हमेशा बचाए रखो ...!
तुम सब आपस में मिलजुलकर रहो,
ओ मेरे प्यारे दोस्तों ...!!!
ये देश हमारा एक सूत्र में बंधा है --
इस देश की आन-बान-शान को
हमेशा ऊँचा रखो, ओ मेरे प्यारे दोस्तों ...!