नसीब
नसीब
खुशामदी के लिये
वे मुझ पर मुसकुरा पडे़।
उन्हें देखते हुये।
उनके ख्वाब मे जाके
हम हलचल मचाने लगे।
हमारी रहमत थी उनकी
अकेले मे मुस्कुराने लगे।
वे खुदा से हमारे लिये
दुआ माँगने लगे।
हाथों की लकीर मे
तकदीर के नसीब
जगमगाने लगे।
वे हमारी भाग्य के लिये
जिन्दगी बसाने लगे।