STORYMIRROR

Hemisha Shah

Drama

2  

Hemisha Shah

Drama

नशे में मेंढक

नशे में मेंढक

1 min
358

पी  के मेंढक लुढ़क गया 

बस जैसे जाने ज़िंदगी से रूठ गया।  


बारबाद  ये जिंदगी हो गई  

मदिरा जीवन डोर थोड़ी तोड़ गई। 


ना समझे मदिरा ख़राब है 

 बस ये सोचा जीवन बर्बाद है।


 ओह मेढक ..छोड़ मदिरा 

आदत बुरी फँस जायेगा तू 


होगा जीवन ख़राब मर जायेगा तू।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama