नशे में ईमान
नशे में ईमान
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तुम क्या समझोगे ओ मर्यादा श्रीराम की,
तुमने तो खो दी है गरिमा ही इन्सान की।
गुरु भक्ति बड़ों का सम्मान बंधुत्व प्रेम,
मिट्टी में मिला दी महिमा हिन्दुस्तान की।
सुभाष, भगत, जैसे वीरों का है यह देश,
तो क्यों नशे में लिप्त है पीढ़ी ईमान की।