शाह अब्बास
शाह अब्बास
अब्बास द ग्रेट के नाम से इतिहास में
आमतौर पर जाना जाता है शाह अब्बास
सफ़विद राजवंश के महानतम शासकों में
एक था वो कहता है ये बात ईरानी इतिहास।
शाह मोहम्मद खोदबंदा का था वो तीसरा पुत्र
और माता थी उसकी खैर अल-निसा बेगम
मिला था ये अब्बास नाम उसे अपने दादा से
नाम था जिनका तहमासप प्रथम।
मात्र अठारह महीने की उम्र में ही
अब्बास अपने परिवार से हो गया अलग
पन्द्रह वर्षों के पश्चात मिलना हुआ फिर पिता से
किंतु माता को कभी न देखा हुआ जो विलग।
क़िजिलबाश जो अभिभावक बने अब्बास के
उन्हीं से सीखे सैनिक के आवश्यक कौशल
शिकार करना पोलो खेलना एक जुनून की तरह
कठिन होते थे बड़े प्रशिक्षण के वो पल।
किया जाता था अब्बास को प्रशिक्षित
अक्सर वहांँ पर घरेलू गुलामों के साथ ही
उनके साथ अधिक समय बिताने के कारण
बन गए थे वहीं बचपन के कई साथी खास।
सफ़वी साम्राज्य के लिए अब्बास
बड़े कठिन समय में सिंहासन पर आया
अपने राज्य की राजधानी एक महान निर्माता बन
वो कज़्वीन से लेकर इस्फ़हान तक ले गया।
अपने शासनकाल की उपलब्धियों के लिए प्रशंसित
एक मजबूत और निर्णायक शासक था अब्बास
किंतु एक अत्याचारी के तौर पर भी है उसकी पहचान
बेटे और कई रिश्तेदारों का हत्यारा बना था अब्बास।
आश्चर्यजनक सांस्कृतिक विरासत का अधिकांश अंश
आधुनिक ईरान में मौजूद दिखाई देता जो आज भी
अपने युग के सबसे महान शासकों में से एक
यह सांस्कृतिक विरासत थी अब्बास द ग्रेट की।