नमन करते हैं
नमन करते हैं
लिखने लगते हैं जब शहीदों वीर सपूतों पर तो
कलम की स्याही भी साहस से भरकर उबलती है
उनकी अपनों से दूरी की पीड़ा बयां करते हुए पिघलती है
तिरंगे को मान रहता है कुर्बानी का सदा
शहादत से इनकी देश की माटी भी उपजाऊ बनती है
तभी तो इनके चोले का रंग बसंती है
माटी के मान
देश की शान
हंसते हुए हो जाते हैं कुर्बान
दिलों में सजी रहती है यादें
कभी ना भूलने वाली बातें
इन पर गर्व करता है हिंदुस्तान
कोई भी विजय हमने यूं ही नहीं पाई है
बहुत बड़ी कीमत चुकाई है
अनगिनत वीरों ने जान गवाई है
यह अपनी परवाह किए बगैर देश पर जान निछावर करते हैं
हम उन सभी शहीदों शहीदों वीर सपूतों को
"नमन करते हैं! "
