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हिंदुस्तान वतन है मां भारती जान है *लगाकर बिंदी हिंदी की* बिखेरती मुस्कान है। हिंदुस्तान वतन है मां भारती जान है *लगाकर बिंदी हिंदी की* बिखेरती मुस्कान है।
नाकामयाबी की अंतिम सीढ़ी पर ही कामयाबी टकराती है बुझते हैं चिराग रोशनी थोड़े ही जाती नाकामयाबी की अंतिम सीढ़ी पर ही कामयाबी टकराती है बुझते हैं चिराग रोशनी थोड़े...
सोचते है जल्द से जल्द दरवाजे पर " एक कैमरा लगवाते हैं। " सोचते है जल्द से जल्द दरवाजे पर " एक कैमरा लगवाते हैं। "
वो नन्हा सा बचपन भुलाए नहीं भूलता। वो नन्हा सा बचपन भुलाए नहीं भूलता।
छल कपट लोभ लालच पर पंचों में पड़ा झूठ की बुनियाद पर हर शख़्स लगता है खड़ा छल कपट लोभ लालच पर पंचों में पड़ा झूठ की बुनियाद पर हर शख़्स लगता है खड़ा
जब क्रोध का दावानल पिघलता है खुशियों की पौ फटती है जब क्रोध का दावानल पिघलता है खुशियों की पौ फटती है
अभी और न जानें कितनी श्रद्धायें फसी है चुंगल मे सययादों के। अभी और न जानें कितनी श्रद्धायें फसी है चुंगल मे सययादों के।
"खट्टी मीठी यादे" वो नन्हा सा बचपन भुलाए नहीं भूलता वो सखियों का बांकपन। "खट्टी मीठी यादे" वो नन्हा सा बचपन भुलाए नहीं भूलता वो सखियों का बांकपन।
दीवार पर टंगी तस्वीर में भी आप मुस्कुराते हो पापा आप बहुत याद आते हो। दीवार पर टंगी तस्वीर में भी आप मुस्कुराते हो पापा आप बहुत याद आते हो।
डरा सहमा झुका सा हर पल कैसे सिकंदर बना कुछ पता ना चला। डरा सहमा झुका सा हर पल कैसे सिकंदर बना कुछ पता ना चला।