नींद
नींद
नींद आए,
तो सुकूनों वाली ही आए,
ना आए,
तो बुज़दिलों की तरह कहीं छिप जाए।
हमसे तो अब भी,
शर्माता है वो पल,
जब उसने कहा था,
"सो जा, सवेरा हुआ तो गले मिलेंगे फिर कल।"
नींद आए,
तो सुकूनों वाली ही आए,
ना आए,
तो बुज़दिलों की तरह कहीं छिप जाए।
हमसे तो अब भी,
शर्माता है वो पल,
जब उसने कहा था,
"सो जा, सवेरा हुआ तो गले मिलेंगे फिर कल।"