Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

राहुल द्विवेदी 'स्मित'

Comedy Drama Action

4.9  

राहुल द्विवेदी 'स्मित'

Comedy Drama Action

नारी के हथियार

नारी के हथियार

1 min
719


झाड़ू बेलन फूकनी, नारी के हथियार ।

थोड़ी सी गलती हुई, बहुत पड़ेगी मार ।।


जो बोले दे दीजिये, पैसे की क्या बात ।

पैसे से बढकर यहाँ, हैं घर के हालात ।।


खूब घूमने दीजिये, मत कीजे इंकार ।

वरना घर बन जायगा, कारा और बिहार ।।


सुंदर हो या फिर नहीं, करियेगा गुणगान ।

जो घर बैठे चाहिए, मान और सम्मान ।।


जब नारी गुस्सा दिखे, समझो काली यार ।

हाथ पैर पकड़ो तुरंत, नहीं पड़ेगी मार ।।


जब हाथो में देखिये, बेलन झाडू थाल ।

हनूमान जप भागिए, बाहर को तत्काल ।।


पिटने के स्थान हैं, पेट पीठ औ भाल ।

हाथों पर ही ध्यान दें, भ्रम हैं सुंदर गाल ।।


काजू बरफी लाय के, दीजे इनको रोज ।

मीठा मीठा मुंह रहे, मीठा होगा भोज ।।


सब्जी रोटी दाल को, बना लेत है जोय ।

उसका जीवन श्रेष्ठ है, कष्ट कभी न होय ।।


बीमा करवा दीजिये, लेकिन रखिये ध्यान ।

पैसा पतनी को मिले, जाये तेरी जान ।।


चूड़ी कंगन हार ही, हैं नारी की शान ।

समय समय पर दीजिये, जो पाना हो मान ।।


कविवर 'अस्मित' कह रहे, सुनिए सारे लोग ।

इन बातों पर ध्यान दे, करिए जीवन भोग ।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Comedy