Kumar Vinod
Drama Tragedy
चंद आँसुओं से धुल नहीं सकती नाराज़गी मेरी,
तेरी पलकें धुल सकती हैं तेरे गुनाह नहीं।
जब तक ना होगा मेरे इक-२ ज़ख्म का हिसाब,
मेरी रहमतों में मिलने वाली तुझको पनाह नहीं।
होली स्पेशल
रंग-ए-उल्फत
तेरा नशा और ह...
True Intentio...
सादगी
मौसम और तुम
कामयाबी
नाराज़गी
गणतंत्र दिवस
पहली मुलाक़ात
हम मिल कर क्या खूब रंग जमाएंगे, समा बनेगा जब तेरे मेरे डांडिया टकराएंगे। हम मिल कर क्या खूब रंग जमाएंगे, समा बनेगा जब तेरे मेरे डांडिया टकराएंगे।
मुझे विषय की तलाश में निकलना होगा मुझे आज फिर एक कविता लिखनी है। मुझे विषय की तलाश में निकलना होगा मुझे आज फिर एक कविता लिखनी है।
तब हीअपने रंगले देश का, हो सकता है बेडा पार अंग संग रखो नानक बाणी, रोम-रोम में देश प्यार तब हीअपने रंगले देश का, हो सकता है बेडा पार अंग संग रखो नानक बाणी, रोम-रोम में ...
मनाओ हर तरफ उत्सव प्रभु श्रीराम आए हैं। मनाओ हर तरफ उत्सव प्रभु श्रीराम आए हैं।
अपना अन्तिम निर्णय भी सुना दिया। काश ! तुम समझ सकती। अपना अन्तिम निर्णय भी सुना दिया। काश ! तुम समझ सकती।
आप लोग आपस में लड़ो-मरो क्या फर्क पड़ता है हम लोग तो नेता हैं हम लोग तो राजनेता है! आप लोग आपस में लड़ो-मरो क्या फर्क पड़ता है हम लोग तो नेता हैं हम लोग तो...
इस प्रतीकात्मक सत्य के अंधकूप को बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा.... इस प्रतीकात्मक सत्य के अंधकूप को बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा....
उनकी तरह सोच कर उन्ही के जैसा हो चला है। उनकी तरह सोच कर उन्ही के जैसा हो चला है।
बातें जो कहनी है तुम्हें उन्हें कहने से डर रहे थे। बातें जो कहनी है तुम्हें उन्हें कहने से डर रहे थे।
जब वे समझ लेगी कि मर्द के बिना भी उनका अस्तित्व है.... और उसके बिना भी वह सम्पूर्ण है... अपूर्ण नही... जब वे समझ लेगी कि मर्द के बिना भी उनका अस्तित्व है.... और उसके बिना भी वह सम्पू...
तेरे संग एक एक पल कितना बेफिक्र सा है थम थम सी गई है तेरे संग एक एक पल कितना बेफिक्र सा है थम थम सी गई है
कलम उठा कर मैं कागज पर इजहार ए मोहब्बत लिख रहा था, कलम उठा कर मैं कागज पर इजहार ए मोहब्बत लिख रहा था,
दिल से निकल जाए हम तुम, और द्वार बंद हो जाने दो बस बहुत हुआ अब जाने दो। दिल से निकल जाए हम तुम, और द्वार बंद हो जाने दो बस बहुत हुआ अब जाने दो।
पूजा करने की हिम्मत जुटा पाओगे तुम नवरात्री उस दिन मनाना मेरी कृपा उस दिन पाओगे तुम।प पूजा करने की हिम्मत जुटा पाओगे तुम नवरात्री उस दिन मनाना मेरी कृपा उस दिन पा...
इश्क़ ऐसा कैद था पिंजरे में की कभी आजाद ही ना हुआ। इश्क़ ऐसा कैद था पिंजरे में की कभी आजाद ही ना हुआ।
आज वो जान तुम जानबूझकर, अपनी जान में से निकाल कर लुटा रही हो न। आज वो जान तुम जानबूझकर, अपनी जान में से निकाल कर लुटा रही हो न।
तिरंगा लहराएंगे यूं सदा शान से हमारी रगों में नशा है हिन्दूस्तान की शान का। तिरंगा लहराएंगे यूं सदा शान से हमारी रगों में नशा है हिन्दूस्तान की शान का।
काश यह दुनिया ख़्वाबों की तरह होती, काश यह दुनिया ख़्वाबों की तरह होती,
बहुत हसीन है जीवन, इसके हर क्षण को है अब खुल कर जीना। बहुत हसीन है जीवन, इसके हर क्षण को है अब खुल कर जीना।
मीलों के सफ़र को तेरा हाथ थामे तय किया था, हो धूप या बारिश हर मौसम तेरे ही साथ जिया था मीलों के सफ़र को तेरा हाथ थामे तय किया था, हो धूप या बारिश हर मौसम तेरे ही सा...