न बोले तुम न मैंने कुछ कहा
न बोले तुम न मैंने कुछ कहा


पहली बार हम मिले थे,
फूल दिल में तब खिले थे,
देखा तुम्हे, मैं देखता रहा,
न बोले तुम न मैंने कुछ कहा।
क्लास हमारी चल रही थी,
आगे तुम तो पढ़ रही थी,
पीछे से मैं ताकता रहा ,
न बोले तुम न मैंने कुछ कहा।
पिक्चर में था तेरा साथ,
तेरे हाथों में ये हाथ,
रोमांटिक गाना पीछे चल रहा,
न बोले तुम न मैंने कुछ कहा।
चैन से जीने न दिया,
लोगों ने बदनाम किया,
न जाने तूने क्या क्या सहा,
न बोले तुम न मैंने कुछ कहा।
फैसला पापा ने किया,
बाहर मुझको भेज दिया,
सोचता हूँ, चुप क्यों रहा,
न बोले तुम न मैंने कुछ कहा।
बीस साल हो गए हैं,
सपने सारे खो गए हैं,
यादों में बस जीता ही रहा,
न बोले तुम न मैंने कुछ कहा।
तुमसे मिलने जब मैं आया,
पति से तूने मिलाया,
पुराण दोस्त हूँ, ये कहा,
न बोले तुम न मैंने कुछ कहा।
जब तुम्हारा फ़ोन आया,
झट से फिर मैंने उठाया,
खामोशी क्यों है, सोचता रहा,
न बोले तुम न मैंने कुछ कहा।
घर में तेरे फिर मैं आया,
बीमार हो, सब ने बताया,
आँख से फिर आंसू जो बहा,
न बोले तुम न मैंने कुछ कहा।
कायनात में रम गयी थीं ,
साँसे तेरी थम गयी थीं ,
रात भर मैं रोता रहा,
न बोले तुम न मैंने कुछ कहा।