मुझसे शादी करती
मुझसे शादी करती


तुम्हारा यूँ खिड़कियों
तले सिमट कर रह जाना
पंख रहकर भी
उड़ान ना भर पाना
अपनी ख्वाहिशों का
गला घोटना
ज़िन्दगी का हर पल
घुट -घुट कर जीना
आपको देखकर मैं
सहम जाता
मुझसे शादी करती
तो सब सपने
पूरा करवाता !
मैं आपसे प्रेम
करता था,
मगर बताने से
डरता था,
सरेआम इजहार
करने भी
नहीं आता था,
क्या आपको कभी
समझ भी नहीं आया,
आपके दिल की
धड़कन ने कभी
बताया नहीं आपको,
मुझे तो डर था
कि कही आप
मेरी वजह से
बदनाम ना हो जाये,
दर्द मुझे भी
होता था,
पर मैं सम्भल जाता,
मुझसे शादी करती,
सब सपने पूरा करवाता... !