मुझे तुम याद आए हो
मुझे तुम याद आए हो
गिरे आंखों से जब मोती
मुझे तुम याद आए हो,
चले जब जब भी पुरवाई
मुझे तुम याद आए हो,
मिटाते रहे हम रेत पर
लिख लिख कर तेरा नाम
नींदें लूट ली तुमने
तुम्ही मेरा चैन चुराए हो,
गिरा कर पलकों को यूं
तुम इस तरह मुस्कुराए हो,
दिल काबू में नहीं मेरे
तुम दीवाना बनाए हो।

