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Aishani Aishani

Romance

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Aishani Aishani

Romance

मुझे गुलमोहर ही रहने देना..!

मुझे गुलमोहर ही रहने देना..!

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फूल जितनी चाहो खुशबूओं वाली

अपने घर में सजा लेना, 

पर.. ! 

मुझे गुलमोहर ही बने रहने देना

जब भी तुम चलोगे उन राहों में

गलीचे की तरह बिछ जाऊँगी

तुम्हारे पाँव तले , 

उसे ज़मी पर न पड़ने दूँगी..!


 


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