मुझे गुलमोहर ही रहने देना..!
मुझे गुलमोहर ही रहने देना..!
फूल जितनी चाहो खुशबूओं वाली
अपने घर में सजा लेना,
पर.. !
मुझे गुलमोहर ही बने रहने देना
जब भी तुम चलोगे उन राहों में
गलीचे की तरह बिछ जाऊँगी
तुम्हारे पाँव तले ,
उसे ज़मी पर न पड़ने दूँगी..!

