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Kusum Sankhala _"Kridha"

Abstract Tragedy Others

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Kusum Sankhala _"Kridha"

Abstract Tragedy Others

मृत्यु एक इच्छा

मृत्यु एक इच्छा

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जीवन का अंतिम मोड़ है 

चार कंधों का गठ जोड़ है


जीते जी कोई खाना ना पूछे, 

मरे बाद जिसके भंडारे करें,


साथ - साथी सब छूट जाए,

लोभ - मोह से परे हो जाए,


जीते जी प्यार को तरसे,

लाश पे जिसके आंसू बरसे,


जीने पे जिसमें हर बुराई दिखे ,

मरे हुए में सिर्फ अच्छा नज़र आए,


जीने की दुआ ना करता कोई ,

मरने पर कहते थोड़ा और जी जाते,


शायद इसलिए लोग कहते हैं,

जीवन से अच्छा मृत्यु आ जाए,



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