STORYMIRROR

Krishna Sinha

Romance

3  

Krishna Sinha

Romance

मोहब्बत

मोहब्बत

1 min
296


ये नफरतों का दौर है जनाब,

पर हम तो मोहब्बत करते हैं

वे गलत हैं जो कहते हैं

हम गिरे हैं मोहब्बत में-2

हम तो आसमां के परे उड़ान भरते हैं...

ये नफरतों का......

पर हम तो....

कर लेते हैं बाते चाँद तारों से,

उनकी यादो में मुस्कुरा भी लेते हैं,

बह जाते हैं हवा के संग संग

फूलों सा महका करते हैं

ये नफरतो का दौर है जनाब..

पर हम तो मोहब्बत करते हैं...

ये ऊंच नीच की बातें,

ये बैर की बातें,

समझ के परे है हमारे,

जब रगों में सबके,

लहू लाल ही बहा करते हैं....

ये नफरतों का दौर है जनाब

पर हम तो मोहब्बत करते हैं!



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance