मोहब्बत
मोहब्बत
मोहब्बत क्या है ?
मोहब्बत, प्यार व सम्मान का एहसास है
मोहब्बत, दो शरीरों में एक आत्मा का वास है
मोहब्बत, मिलन भी है जुदाई भी
मोहब्बत, महफ़िल भी है तन्हाई भी
दूरियाँ कितनी भी होने पर जो नज़दीक है, वो है मोहब्बत
न मिलकर भी जो मिल जाए, वो मिलन है मोहब्बत
बिन बताए भी जो सुनाई दे, वो आवाज़ है मोहब्बत
बिन कहे भी जो कही जाए, वो बात है मोहब्बत
हर साँस हर धड़कन में बस जाए, वो श्वास है मोहब्बत
मरकर भी जो दिल से न निकल पाए, वो नाम है मोहब्बत
राधा-कृष्ण की छाप है मोहब्बत, हीर-रांझा का त्याग है मोहब्बत
रब से मिली सौगात है मोहब्बत
दर्द-ए-दिल की सज़ा भी है मोहब्बत
चंचल होकर भी जो स्थिर हो, स्थिर होकर भी जो चंचल हो,
वो भाप है मोहब्बत
मोहब्बत, गम और ख़ुशी का अहसास है
मोहब्बत, सुर्ख लम्हों की खट्टी-मीठी याद है
मोहब्बत, जो फ़क़त महसूस हो वो अल्फ़ाज़ है
मोहब्बत, सूने लबों पर मुस्कान दे जाए वो नाम है
मोहब्बत, नम आँखों का अरमान है
नाराज़गी में भी जो दुआ दे जाए, वो ज़ज्बात है मोहब्बत
बिछड़कर भी जो मिलन शाश्वत रह जाए, वो जायदाद है मोहब्बत।

