मोहब्बत में ख़ुदा बनाना क्या होता है
मोहब्बत में ख़ुदा बनाना क्या होता है
किसी की यादों से गुजर जाना क्या होता है
भूल जाना किसी को और,संभल जाना क्या होता है
कहीं दिल लगता है और कहीं …लगता ही नहीं
दिल की इसी कश्मकश में उतर जाना क्या होता है
क्या होता है इबादत और दुआ,मोहब्बत में
वफ़ा के नाम पर फिर, मुकर जाना क्या होता है
हर बार दिए है ज़ख़्म इतने गहरे के,हमने जाना
महबूब को मोहब्बत में, ख़ुदा बनाना क्या होता है
ये लिबास जो पहनी है परछाईयों ने चुप के से
हमने सीखा के किरदार में संवर जाना क्या होता है
क्या होता है तनहा रातों का, खुदख़ुशी करना फलक
और फिर महफ़िल में बेख़ौफ़्फ़,मुस्कुराना क्या होता है
लो मान लिया के तुम बिन भी, कट रही है ज़िंदगी मगर
क्या सोचा है, ज़िंदा लाश की तरह, जिए जाना क्या होता है।