लॉकडाउन का दौर और अपनो का साथ
लॉकडाउन का दौर और अपनो का साथ
पाबंद़ियों के इस दौर से,
कुछ वक्त चुराना है हमें
भीड़ भरी इस जिंदगी से,
अपनों का साथ चुराना है हमें
माउसी के इस आलम से,
मुस्कुराहट के दो पल चुराना है हमें
बस, मुश्किलों के इस तूफान से,
आने वाला कल चुराना है हमें।