मिलो तो सही
मिलो तो सही
तुम एक बार मिलो तो सही बहुत बातें अधूरी है
जो तुमसे करनी है प्यार की बातें मेरे जज़्बात की बातें
तुमसे सपने में की गई मुलाकात की बातें
सूखे पत्ते पर आती बहार की बातें
दिल में उमड़ रहे ज्वार की बातें
तुम एक बार मिलो तो सही अभी बहुत बातें
अधूरी है जो तुमसे करनी प्यार की बातें
तकरार की बातें मेरे प्यार के इकरार की बातें
इजहार की बातें इंकार की बातें
कुछ काम की बातें कुछ बेकार की बातें
तुम एक बार मिलो तो सही अभी
बहुत बातें
अधूरी है जो तुमसे करनी है
मौसम के बदल रहे मिजाज की बातें
पन्नों पर निकल रहे ख्वाब की बातें
उन जागी हुई रात की बातें
जो तुमसे ना पूछ पाया कभी उन सवाल की बातें
जो ना तुमको दे पाया कभी उन जवाब की बातें
उन अधूरी रात की बातें उन शबनमी शाम की बातें
हैं उन खेत खलियान की बातें
तुम्हारे चेहरे पर आने वाली उस मुस्कान की बातें
तुम एक बार मिलो तो सही
बहुत बातें अधूरी है जो तुमसे करनी है।