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Manoj Godar

Comedy

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Manoj Godar

Comedy

मिलन संभव हो कैसे ?

मिलन संभव हो कैसे ?

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तुम शहर की गौरी हो, मै हूँ गांव का ग्वाला।

तुम इंग्लिश मेडियम हो, मैं हूँ हिंदी वाला । 

     मिलन संभव हो कैसे ?


तुम चाय कोफ़ी पीती, मैं हूँ दूध छाछ वाला । 

तुम पिज्जा बर्गर खाती, मैं दाल भात वाला । 

     मिलन संभव हो कैसे ?


तुम हाय हेलो वाली मैं राम राम वाला

तुम जीन्स शर्ट वाली, मैं कुरता धोती वाला।

     मिलन संभव हो कैसे ?


तुम फूल से नाजुक हो, मै सख्त हूँ गन्ने सा। 

तुम रंगभरी पेंटिंग हो, मै खाली पन्ने सा। 

     मिलन संभव हो कैसे ?


तुम रहती कोठी में , मैं कच्चे घर वाला।

तुम्हे ए सी की आदत, मैं हूँ घाम धूप वाला।

     मिलन संभव हो कैसे ?


तुम सोती गद्दों पर ,मेरे घर पर खाट पुरानी। 

न आये तुमको निंदिया, होगी बड़ी परेशानी। 

      मिलन संभव हो कैसे ?


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