STORYMIRROR

Jalpa lalani 'Zoya'

Romance

3  

Jalpa lalani 'Zoya'

Romance

मीठा अहसास

मीठा अहसास

1 min
337

तुम्हारी यादों का मीठा अहसास

तेज़ कर जाता है मेरी धड़कन


तुमसे मिलन की वो झूठी आस

बहुत बेचैन कर जाती है मेरा मन


तुम्हारी आग़ोश में आने की प्यास

तड़प उठता है मेरा कोमल बदन


तुम बिन कटती नहीं ये अँधेरी रात

देखूँ मैं सिर्फ ख़्वाब होकर मन मगन


तुम्हारी प्यार भरी वो हरएक बात

आज भी भिगा जाती है मेरे नयन।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance