मीठा अहसास
मीठा अहसास
तुम्हारी यादों का मीठा अहसास
तेज़ कर जाता है मेरी धड़कन
तुमसे मिलन की वो झूठी आस
बहुत बेचैन कर जाती है मेरा मन
तुम्हारी आग़ोश में आने की प्यास
तड़प उठता है मेरा कोमल बदन
तुम बिन कटती नहीं ये अँधेरी रात
देखूँ मैं सिर्फ ख़्वाब होकर मन मगन
तुम्हारी प्यार भरी वो हरएक बात
आज भी भिगा जाती है मेरे नयन।

