महात्मा ज्योतिबा फुले
महात्मा ज्योतिबा फुले
समाज से असमानता को मिटाने,
के लिए ही भू पर हुआ अवतरण।
शोषित पीड़ित दलितो के हित में,
किया सदा नवीन पथ अन्वेषण।।
ज्योतिबा फुले सच्ची मानवता के,
हित चिंतक और पोषक बनकर रहे।
नही की चिन्ता कभी किसी की भी,
सामाजिक लोग कहना है जो कहे।।
विधवा दलित और बालिकाओ का,
वह मजबूत आधार और सम्बल बने।
जो हीन कहलाते थे उनकी हीनता के,
घने बादल और तम घने छंटने लगे।।
सभी को अधिकार शिक्षा नव जीवन,
आशा मुक्ति का नया पथ देकर ।
विलीन हो गई ज्योति उस परम पुंज में
सबका सुधार पोषण और हित कर।।
