दो युवा नयन जब मिलते हैं
दो युवा नयन जब मिलते हैं
दो युवा नयन जब मिलते है,
तो होती है फिर दिल की बात।
नयनों में आकर हैं बस जाते,
दिल से है निकलती वही बात।।
नयनों से अक्सर दिखें नहीं,
मन के अन्दर के बुरे भाव।
मत फंसो दिखावे में कोई ,
रहो दूर हों जिसमें कलुष भाव।।
सच्चा होता प्यार अगर तो,
जीवन में आती सुख बयार।
कामी लोलुप से प्यार करो,
होती हैं नहीं यह सही बात।।
चिकनी चुपडी करके बातें,
जीवन को नर्क बना जाते।
इज्जत कर जाते तार - तार,
होती है फिर फिर वही बात।।
प्रेमी का प्यार लगे मां सा,
फिर उसकी तहकीकात करो।
आश्वस्त अगर हो जाओ तुम,
तव फिर ना होगी गलत बात।।
सच्चा कहते प्रेमी उसको जो,
करता हित चिंतन प्रेमी का।
बैसे तो मिलते लोग बहुत,
धोखा दे करते फिर वही बात।।

