लोकतंत्र का महापर्व
लोकतंत्र का महापर्व
लोकतंत्र का महापर्व है बढ़ - चढ़ कर करिए मतदान ।
बिना लोभ लालच भय के चुनिए हो जो कोई महान ।।
प्रजा हितैषी दुख का साथी सरोकार जन से जिसका।
चयन उसी का करें वोट दे रखे ध्यान जो हम सबका ।।
अवसर हाथ हमारे आया नेताओं को राह दिखाने का ।
झूठे स्वार्थी मक्कारो को अब चिर निद्रा से जगाने का ।।
सही व्यक्ति के पक्ष में हम सब मिलकर के मतदान करें ।
अपनें सपनों अरमानों को आओ हम सब साकार करें ।।
सुख सुविधाएं जन - जन तक पहुंचें सब हों खुशहाल ।
भारतवर्ष से मिटे दैन्य दुख नर नारी हो जाएं निहाल ।।