घरवा घूमी घूमी नेता भरमईहे झूठी साची बोली के सपना देखईहे देशवा के खातिर मत बनिहा अंजान हे रामा... घरवा घूमी घूमी नेता भरमईहे झूठी साची बोली के सपना देखईहे देशवा के खातिर मत ब...
बड़ी-बड़ी बातें करते थे इतिहास की, नागरिक शास्त्र की मतदान की, अपने अधिकार की बड़ी-बड़ी बातें करते थे इतिहास की, नागरिक शास्त्र की मतदान की, अपने अधिकार क...
हर एक वोट हैं, किमती बदल सकती, ये सबकी हस्ती हर एक वोट हैं, किमती बदल सकती, ये सबकी हस्ती
हक़ नही, कर्म समझो इसे अपना, मतदान में तुम नहीं चूकना हक़ नही, कर्म समझो इसे अपना, मतदान में तुम नहीं चूकना
चुनना तुम्हारा कर्म -धर्म है तुम प्रजातंत्र के रक्षक हो। चुनना तुम्हारा कर्म -धर्म है तुम प्रजातंत्र के रक्षक हो।
यह लोकतंत्र है, जनतंत्र है। पाया है हमने हक़ सर्वत्र।। यह लोकतंत्र है, जनतंत्र है। पाया है हमने हक़ सर्वत्र।।