चुनना तुम्हारा कर्म -धर्म है तुम प्रजातंत्र के रक्षक हो। चुनना तुम्हारा कर्म -धर्म है तुम प्रजातंत्र के रक्षक हो।
देर सवेर रोटी का तूफ़ान मचाया जाता है। देर सवेर रोटी का तूफ़ान मचाया जाता है।
है अपना अधिकार-कर्तव्य, आओ मिल करें मतदान। है अपना अधिकार-कर्तव्य, आओ मिल करें मतदान।
मतदान करो, मतदान करो, अपने मत का मतदान करो। मतदान करो, मतदान करो, अपने मत का मतदान करो।
हर साल ये नेता हमें बुद्धू , और अनाड़ी बना रहे हैं ! हर साल ये नेता हमें बुद्धू , और अनाड़ी बना रहे हैं !
बापू, आंबेडकर, भगतसिंह के देश का आज है निराला हाल...... बापू, आंबेडकर, भगतसिंह के देश का आज है निराला हाल......