हमारा मत, हमारा अधिकार
हमारा मत, हमारा अधिकार
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हमारा मत, हमारा अधिकार
इसकी कीमत बेशुमार,
चाहे तो बनाएँ सरकार,
चाहें तो करा दें किसी की हार।
मत जानें दो व्यर्थ ये सम्मान,
न बनो तुम नादान,
देश के भविष्य के लिए दो योगदान,
सबसे करता हूँ मैं ये आह्वान।
हक़ नही, कर्म समझो इसे अपना,
मतदान में तुम नहीं चूकना,
किसी एक नेता को नहीं,
राष्ट्र हित को तुम्हें है चुनना
सुनहरे कल का अगर देख रहे हो तुम सपना।