मेरी सपनो की रानी
मेरी सपनो की रानी
चाँदसा मुखड़ा, बड़ी-बड़ी आँखे...
रेशम से बाल, मस्तानी चाल!
मिठी-मिठी बातें, कोई उनसे सीखे,
सुंदरता का क्या कहें कमाल ही कमाल!
मासुम सा चेहरा, ममता की मुरत,
श्रृंगार की उसको नही है जरुरत!
होठो पे मुस्कान, प्यार भरी निगाहें,
जी करता उसे देखते ही रहे!
प्यार भरे निगाहों से जब हम देखें,
शर्मा के उसकी झुकती है आँखे!
हर शाम को उसका सपनो मे आना,
सपनो मे आके गले लग जाना!
कितने फुरसत से बनाया होगा तुम्हें,
शुक्रिया अदा करू उसका जिसने तुम्हें मिलाया!
सच कहुँ तो सपने जैसी लगती है अपनी जिंदगी...
तेरी-मेरी प्रेम कहानी, तू ही तो है मेरी सपनो की रानी!