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Naushaba Suriya

Abstract

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Naushaba Suriya

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मेरी दुनिया

मेरी दुनिया

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मेरी दुनिया हो आप दोनो

जिंदगी के राहों में फरिश्ते हो

जिंदगी ने जब सताया

मुझे आपकी दुआओं ने बचाया


जब जख्म दिए रास्तों ने मुझे 

आप दोनो की ममता ने ही गले लगाया

जिंदगी से हुई जब रुस्वाई

तो आप दोनो ने ही डांट लगाई


यू तो सच कहूं

पहले बहुत सी बाते दिल में होती थी

आखिर क्यों इतनी पीछे पेहरदारी थी

मगर अब समझती हूं

बिटिया के गम की परछाई भी मंजूर न थी


इसलिए मुझे सीने से लगाकर रखते थे

हर वक्त काजल के टीके में छिपाकर रखते थे

मुझे एक बात जीवन ने सिखाई है

क्या है ममता आप दोनो ने ही बताई है


जिंदगी थोड़ी मुश्किल है

मगर वादा है

हर मंजिल को पार कर जाऊंगी

आपकी बेटी हूँ

यह गर्व से बताऊंगी


दुनिया के गोल गोल रास्ते भी पार करलूंगी 

बस दुआओं का हाथ सदा सर पर रखना

देखना एक दिन मैं जिम्मेदार भी बन जाऊँगी


कोई ऐसा तोहफा नही

जो आप दोनो का कर्ज चुका सके

जो मेरे दिल की मोहब्बत जता सके

बस अपनी मुस्कान का खयाल रखना

और हमेशा खुश रहना।


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