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GOPAL RAM DANSENA

Abstract Inspirational

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GOPAL RAM DANSENA

Abstract Inspirational

वो न हारेगा

वो न हारेगा

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जग आफत में आज कैसी ये नजारे I

तेरी राह में जो आए खाक हुए सारे I


इस ज़मीं आसमा पर तेरा ही चलता है I

उस ज़मीं आसमा पर तेरा मन मचलता है I


याद रखो धरती ने दो ही वीर जने हैं I

एक मातृ भूमि के सपूत, दूसरे संत बने हैं I


आततायी के घर कभी गुलजार न हुआ है।

वक्त पर उसके अरमान तार तार हुआ है ।


रहम तेरा स्वाभिमानी स्वीकार न करेगा I

जीत का परचम तेरा,वो अंगीकार न करेगाI


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