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DHANSHRI KABRA

Abstract Inspirational

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DHANSHRI KABRA

Abstract Inspirational

खुशकिस्मती से परिवार मिला है!!

खुशकिस्मती से परिवार मिला है!!

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खुशकिस्मती से परिवार मिला है!!!

अजनबी दुनिया में उलझी सी राहों में,

भगवान की सौगात मिली है, परिवार का साथ मिला है...

अपनों के आधार से कल्पवृक्ष से मिली छांव में,

परवरिश से संस्कार मिले है, विश्वास से सुरक्षा कवच मिला है...

मतलबी दुनिया में कामयाबी की चाह में,

बड़ों का आशीर्वाद मिला है, सच्चे रिश्तों का साथ मिला है...

उलझनों भरी इस दुनिया में,

रिश्तों का आधार मिला है, अपनेपन का भंडार मिला है...


तूफानों भरी जिंदगी की मझधार में,

धैर्य और विश्वास का आधार मिला है,

कंधों पर भरोसे वाला हाथ मिला है...

घड़ी के कांटों सी चलती जिंदगी में,

लम्हों को जीने का तराना मिला है,

खट्टी मीठी यादें समेटने का फसाना मिला है...

निराशा भरी गुफाओं में,

ज्ञान का प्रकाश मिला है ,जुगनू ओ का सहारा मिला है...

रिश्तों की इस प्यारी बगिया में,

सुकून का एहसास मिला है,

खूबसूरत सा अलग ही संसार मिला है...

कागज़ की कश्ती सी जिंदगी में,

अपनों का बेशुमार प्यार मिला है,

खुशकिस्मती से भरा पूरा परिवार मिला है...


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